Friday 11 January 2013

अगर मेरी दुआ कुबूल हुईतो हर हसरत आपकी पूरी होगीएक आलीशान केबिन में बड़ी सी कुर्सी होगीजिस पर आप शान से बैठी होंगीदुनिया मानेगी आपकी कलम का लोहाक्योंकि एक दिन आप बहुत बड़ी सम्पादक होंगीआपसे मिलना मेरी जरूरत होगीक्योंकि आपके अंडर में मुझे नौकरी करनी होगीजी मैडम-जी मैडम करना मेरी आदत होगीक्योंकि भविष्य में आप ही मेरी बॉस होंगी'बॉटमÓ को 'लीडÓ लगाना मेरी मजबूरी होगीक्योंकि उस अखबार में आपकी हुकूमत होगीआपके सामने मेरी बोलती बन्द रहेगीक्योंकि उस वक्त मेरी हैसियत 'एक नजरÓ की होगीआपको खुश रखना मेरी कोशिश होगीक्योंकि मेरी तरक्की आपकी कलम से होगीअगर मेरी दुआ कुबूल हुईतो हर हसरत आपकी पूरी होगी।

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